राजसमंद, 22 फरवरी।
राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के तहत शनिवार को राजसमंद में एक खास आयोजन हुआ, जिसमें 38 दिव्यांगजनों को स्कूटियां वितरित की गईं। यह कार्यक्रम जिला प्रशासन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने लाभार्थियों को स्कूटियां सौंपीं।
कार्यक्रम के दौरान विधायक माहेश्वरी ने कहा कि “प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और उनके हितों की रक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है।” उन्होंने यह भी बताया कि 2025-26 के बजट में 1 लाख दिव्यांगजनों को 20,000 रुपये तक के कृत्रिम अंग और उपकरण प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। यह पहल सरकार की संवेदनशीलता और दिव्यांगजनों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
दिव्यांगजनों के चेहरे पर आई मुस्कान
कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजसमंद के उपनिदेशक दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने जानकारी दी कि सभी 38 दिव्यांगजनों को सम्मानित करते हुए उपरना पहनाया गया और स्कूटियां प्रदान की गईं। स्कूटी मिलने के बाद दिव्यांगजनों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
लाभार्थियों ने बताया कि वाहन की कमी के कारण उन्हें रोजमर्रा के कामों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। स्कूटी मिलने से अब वे न केवल अपनी दैनिक गतिविधियों को आसानी से पूरा कर पाएंगे, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भी यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
समाजसेवियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ कार्यक्रम
इस अवसर पर कई गणमान्य नागरिक और समाजसेवी भी उपस्थित रहे। इनमें महेन्द्र सिंह चौहान, मोहन कुमावत, पूर्व चेयरमैन दिनेश चंद्र पालीवाल और दिनेश सहित अनेक अन्य प्रमुख लोग शामिल थे।
कार्यक्रम का समापन दिव्यांगजनों द्वारा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और विधायक दीप्ति माहेश्वरी के प्रति आभार प्रकट करने के साथ हुआ। यह आयोजन न केवल एक सहायतार्थ पहल थी, बल्कि यह इस बात का प्रतीक भी है कि सरकार और समाज मिलकर दिव्यांगजनों को एक सशक्त और आत्मनिर्भर जीवन प्रदान करने की दिशा में प्रयासरत हैं।