जयपुर/नाथद्वारा: होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर में आयोजित “महाराणा प्रताप एनुअल जियोपोलिटिक्स डायलॉग-2025” में नाथद्वारा विधायक और महाराणा प्रताप के वंशज विश्वराज सिंह मेवाड़ ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में उन्होंने वैश्विक राजनीति और सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में महाराणा प्रताप के योगदान को रेखांकित किया।
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इस प्रतिष्ठित आयोजन में केंद्रीय विदेश एवं पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह, भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार, राजदूत अनिल त्रिगुणायत, दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल तेजेन्द्र खन्ना, यूएसएएनएएस फाउंडेशन के सीईओ डॉ. अभिनव पंड्या, सी.डी. सहाय सहित सेंटर फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज के विशेषज्ञों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
वैश्विक संदर्भ में महाराणा प्रताप की विचारधारा
मेवाड़ ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्व में सामाजिक एकजुटता शक्ति का स्रोत थी, लेकिन आज सामाजिक विघटन शक्ति प्राप्ति का माध्यम बन रहा है, जो गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने देश की प्रगति के लिए सभी वर्गों को एकजुट रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सुरक्षा पर मंथन
डायलॉग के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, राष्ट्रीय सुरक्षा और इनके आधुनिक युग में प्रभावों पर विस्तृत चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने वैश्विक राजनीति, पर्यावरणीय मुद्दों और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए संभावित समाधानों पर विचार-विमर्श किया।
सहयोग और संबंधों को मजबूत करने की पहल
यह आयोजन भारत और वैश्विक समुदाय के बीच सहयोग और संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से किया गया था। इस संवाद के जरिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने और नीतिगत सुझावों को विकसित करने की पहल की गई।
निष्कर्ष: महाराणा प्रताप एनुअल जियोपोलिटिक्स डायलॉग-2025 वैश्विक राजनीति, सुरक्षा और तकनीकी नवाचारों पर विचार-विमर्श का एक महत्वपूर्ण मंच बना। इस आयोजन से न केवल ऐतिहासिक मूल्यों को समझने का अवसर मिला, बल्कि भविष्य की रणनीतियों पर भी गहन चिंतन हुआ।