राजसमंद: ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा द्वारा संचालित ‘प्रोजेक्ट सक्षम सखी’ के द्वितीय संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। 1 मार्च से 3 मार्च तक राजीविका के द्वारकेश मेला ग्राउंड में मेगा क्रेडिट कैंप एवं ट्रेड फेयर का आयोजन किया जाएगा।
बैठक में तैयार हुई कार्य योजना
इस महत्वपूर्ण आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को जिला कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान एडीएम नरेश बुनकर, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक आकांक्षा दुबे, एसीईओ एवं डीपीएम राजीविका सुमन अजमेरा, एलडीएम पी.पी. चौहान, आयुक्त बृजेश राय समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि एसएचजी (स्वयं सहायता समूह) की महिलाओं को अधिक से अधिक क्रेडिट लिंक से जोड़ने और उनके उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए प्रभावी योजना बनाई जाए। उन्होंने जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए कि बैंकों से समन्वय कर ऋण संबंधी मामलों का शीघ्र निपटारा किया जाए।
ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को मिलेगा मंच
कलेक्टर बालमुकुंद असावा ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं के हाथ से बने उत्पाद न केवल किफायती हैं, बल्कि गुणवत्ता में भी श्रेष्ठ हैं। ऐसे में इस ट्रेड फेयर के माध्यम से इन्हें उचित बाजार उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि जिले के हर हिस्से से लोग इस मेले में आएं और हस्तनिर्मित उत्पादों की खरीदारी करें।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण योजना के तहत भी मिलेगी सहायता
इसके साथ ही कलेक्टर ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाई योजना को लेकर भी विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एसएचजी के लंबित आवेदनों को शीघ्रता से बैंकों के माध्यम से निपटाया जाए ताकि महिलाओं को समय पर ऋण मिल सके और वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकें।
औद्योगिक संगठनों की भागीदारी भी होगी सुनिश्चित
कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि इस आयोजन में अधिक से अधिक संस्थानों और औद्योगिक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि महिलाओं को नए व्यापारिक अवसर मिल सकें।
निष्कर्ष:
- 1 से 3 मार्च तक राजसमंद के द्वारकेश मेला ग्राउंड में मेगा क्रेडिट कैंप और ट्रेड फेयर आयोजित होगा।
- एसएचजी की महिलाओं को क्रेडिट लिंक और बाजार उपलब्ध कराने के लिए विशेष योजना बनाई गई है।
- जिला कलेक्टर ने बैंकों को ऋण संबंधी मामलों का शीघ्र निपटारा करने के निर्देश दिए।
- ग्रामीण महिलाओं के हस्तनिर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया गया।
- प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण योजना के तहत लंबित आवेदनों को जल्द निपटाने के निर्देश मिले।
- औद्योगिक संगठनों की भागीदारी बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।