सांवरिया सेठ मंदिर, राजस्थान में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम और आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस मंदिर में हर साल लाखों भक्त भगवान सांवरिया सेठ के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद पाने आते हैं। यदि आप भी इस दिव्य स्थान पर जाना चाहते हैं, तो दर्शन के समय की सही जानकारी होना आवश्यक है। इस लेख में हम सांवरिया सेठ मंदिर के दर्शन समय और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों पर चर्चा करेंगे।
सांवरिया सेठ मंदिर दर्शन समय
मंदिर में दर्शन के समय को ध्यानपूर्वक निर्धारित किया गया है ताकि सभी भक्त भगवान की पूजा-अर्चना शांति और भक्ति भाव से कर सकें। यहाँ पर मंदिर के नियमित दर्शन समय का विवरण दिया गया है:
सुबह का समय
- मंगल आरती: सुबह 5:00 बजे
- दर्शन प्रारंभ: सुबह 5:30 बजे
- शृंगार दर्शन: सुबह 8:00 बजे
- राजभोग आरती: सुबह 11:00 बजे
दोपहर का समय
- दोपहर 12:00 बजे से 3:30 बजे तक दर्शन बंद रहते हैं (विश्राम समय)।
शाम का समय
- दर्शन पुनः शुरू: शाम 4:00 बजे
- संध्या आरती: शाम 6:30 बजे
- भोग आरती: रात 8:00 बजे
रात्रि का समय
- शयन आरती: रात 10:00 बजे
- दर्शन समय समाप्त: रात 10:30 बजे
विशेष त्योहारों और अवसरों पर समय
सांवरिया सेठ मंदिर में जन्माष्टमी, एकादशी, दीपावली और अन्य प्रमुख त्योहारों पर विशेष पूजा और दर्शन की व्यवस्था की जाती है। इन दिनों मंदिर के दर्शन समय में बदलाव हो सकता है। अतः भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे मंदिर प्रबंधन से संपर्क करके समय की पुष्टि कर लें।
मंदिर परिसर में साफ-सफाई का ध्यान रखें।
दर्शन के लिए सुबह का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।
दर्शन के दौरान भगवान को प्रसाद अर्पित करने के लिए स्थानीय प्रसाद विक्रेताओं से प्रसाद खरीदें।
यदि आप दूर से आ रहे हैं, तो दर्शन का समय पहले से सुनिश्चित करें।
सांवरिया सेठ मंदिर का महत्व
यह मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि भगवान सांवरिया सेठ अपनी कृपा से भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। इस मंदिर का स्थापत्य और भगवान की भव्य मूर्ति देखने योग्य है।
निष्कर्ष
सांवरिया सेठ मंदिर का दर्शन समय भक्तों के लिए सुविधाजनक और व्यवस्थित है। यहाँ पर आने से पहले दर्शन समय की जानकारी जरूर लें ताकि आपकी यात्रा सुखद और आध्यात्मिक अनुभव से भरपूर हो।
आपके सांवरिया सेठ मंदिर यात्रा के अनुभव को यादगार बनाने के लिए शुभकामनाएँ!