शेयर बाजार में कम रिस्क में ट्रेडिंग करके नियमित आय पाना हर निवेशक का सपना होता है। खासकर नए निवेशक या वे लोग जो बाजार में ज्यादा समय नहीं दे सकते। इसी जरूरत को समझते हुए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक अनोखी और बेहद असरदार ट्रेडिंग स्टेटर्जी जिसका नाम है “ETF की दुकान”। यह रणनीति साल 2025 के बाजार ट्रेंड्स के हिसाब से अपडेट की गई है और यह एक ऐसा तरीका है जिसमें आप शेयर मार्केट में रोज ट्रेड कर सकते हैं — वो भी बहुत ही कम जोखिम के साथ। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे:
- ETF क्या होता है और यह कैसे काम करता है?
- ETF की दुकान नाम की यह ट्रेडिंग रणनीति क्या है?
- Google Sheet के माध्यम से ETF को कैसे चुनें?
- किस समय ETF खरीदना है?
- कितने प्रतिशत लाभ पर ETF बेचना है?
- और सबसे जरूरी — पूंजी का सही प्रबंधन कैसे करें?
ETF क्या होता है?
ETF का पूरा नाम है Exchange Traded Fund। यह एक ऐसा फंड होता है जो कई कंपनियों के शेयरों को मिलाकर तैयार किया जाता है। Mutual Fund की तरह यह भी Diversified होता है, लेकिन Mutual Fund की तरह इसे आप सिर्फ NAV पर नहीं खरीदते — बल्कि इसे आप शेयर की तरह ही बाजार खुला होने पर ट्रेड कर सकते हैं।
उदाहरण:
- Niftybees: यह ETF Nifty 50 इंडेक्स को ट्रैक करता है।
- Goldbees: यह सोने की कीमतों को ट्रैक करता है।
- ITbees: यह IT सेक्टर से संबंधित कंपनियों के स्टॉक्स को ट्रैक करता है।
NSE पर 165+ ETF उपलब्ध हैं, जिससे आपको बहुत सारे विकल्प मिलते हैं।
ETF की दुकान रणनीति कैसे काम करती है?
इस रणनीति की तुलना एक किराने की दुकान से की जाती है, जहाँ आप सस्ते में सामान खरीदकर थोड़ा-थोड़ा प्रॉफिट बनाते हैं। ETF की दुकान में भी यही किया जाता है — सस्ते ETF को चुनकर उसे खरीदना और फिर एक निर्धारित लाभ पर बेचना।
ETF Excel Sheet कैसे तैयार करें?
कॉलम का नाम | विवरण |
---|---|
ETF Code | NSE पर ETF का Symbol |
CMP | वर्तमान बाज़ार मूल्य (Current Market Price) |
52 Week Low | पिछले एक साल का न्यूनतम मूल्य |
52 Week High | पिछले एक साल का अधिकतम मूल्य |
% Above 52W Low | वर्तमान मूल्य 52W Low से कितना ऊपर है |
Volume | ट्रेडिंग वॉल्यूम |
- Dept Fund और कम वॉल्यूम वाले ETF हटा दें।
- सिर्फ सेक्टर आधारित और Active ETF रखें।
ETF को कब और कैसे खरीदना है?
नियम:
- हर दिन दोपहर 2:30PM – 3:30PM के बीच Google Sheet देखें।
- CMP जो ETF के 52W Low से सबसे कम ऊपर हो — वही खरीदें।
- एक दिन में सिर्फ एक ETF खरीदें।
- अपनी पूंजी को 40 हिस्सों में बांटें — ताकि लॉन्ग टर्म में आपके पास कैश बना रहे।
उदाहरण:
अगर आपके पास ₹40,000 हैं, तो हर दिन ₹1000 का ही निवेश करें। पहले दिन सबसे ऊपर रैंक वाले ETF को खरीदें, अगले दिन दूसरे रैंक वाले, और इसी तरह आगे बढ़ें।
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ETF को कब बेचना है?
तीन Target Level दिए गए हैं:
Target (%) | किसके लिए उपयुक्त |
---|---|
3.14% | जल्दी प्रॉफिट चाहने वालों के लिए |
4.17% | मध्यम अवधि के लिए |
6.28% | लंबी अवधि और धैर्यवान निवेशकों के लिए |
आप अपनी जरूरत और धैर्य के अनुसार Target सेट कर सकते हैं।
अतिरिक्त नियम (Important Rules):
- जब कोई ETF 3.14% से गिरा हो, तभी खरीदें — अन्यथा No Trade Day मानें।
- ETF में निवेश से नुकसान की संभावना बहुत कम होती है क्योंकि ये कई कंपनियों के स्टॉक्स का समूह होते हैं।
- ETF को शेयर की तरह सीधे Demat Account से खरीदा जा सकता है।
- Google Sheet को Copy करके अपने Drive पर रखें — इससे Load Time कम होगा।
- एक ही दिन में दो ETF कभी न खरीदें।
भारत में लोकप्रिय ETF उदाहरण:
ETF नाम | किसको ट्रैक करता है? |
---|---|
Niftybees | Nifty 50 Index |
Goldbees | Gold Prices |
ITbees | IT Sector Companies |
EVbees | Electric Vehicle Sector |
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न: ETF क्या होता है?
उत्तर: यह एक ऐसा फंड है जिसमें कई कंपनियों के शेयर शामिल होते हैं और आप इसमें शेयर की तरह ही ट्रेड कर सकते हैं।
प्रश्न: ETF कैसे खरीदें?
उत्तर: डिमैट अकाउंट से सीधे NSE/BSE पर खरीद सकते हैं।
प्रश्न: क्या ETF शून्य (Zero) पर जा सकता है?
उत्तर: नहीं, क्योंकि यह एक Index या Sector को ट्रैक करता है जिसमें कई कंपनियाँ शामिल होती हैं।
प्रश्न: ETF और Mutual Fund में क्या फर्क है?
उत्तर: Mutual Fund को आप ट्रेडिंग समय में नहीं खरीद सकते, लेकिन ETF को शेयर की तरह लाइव ट्रेड किया जा सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
ETF की दुकान 2025 एक बेहद आसान, कम जोखिम वाली और दैनिक ट्रेडिंग के लिए आदर्श रणनीति है। इसमें आप Niftybees जैसे ETF को खरीदकर सीमित लाभ के बाद बेच सकते हैं। यह रणनीति Google Sheet पर आधारित होती है जिसमें ETF को रैंक किया गया होता है। आपको हर दिन सिर्फ एक ETF खरीदना होता है और 3.14%, 4.17% या 6.28% के Target पर उसे बेचना होता है। पूंजी को 40 भागों में बांटना जरूरी है ताकि आप हर दिन निवेश कर सकें। ETF के चयन में वॉल्यूम और सेक्टर Diversification पर ध्यान देना चाहिए। इस तरिके से आप बिना ज्यादा जोखिम के शेयर बाजार से नियमित आय कमा सकते हैं। इस रणनीति को अपनाकर आप एक स्थिर और समझदारी भरी ट्रेडिंग की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।