राजसमंद | स्वच्छता को लेकर जिले में लगातार सुधार हो रहा है, और जिला प्रशासन इसे प्राथमिकता दे रहा है। इसी क्रम में जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने गुरुवार सुबह 7 बजे हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी और द्वारका नगर का औचक निरीक्षण किया। नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय समेत अन्य अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे।
घर-घर जाकर लिया सफाई व्यवस्था का फीडबैक
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने घर-घर जाकर नागरिकों से सफाई व्यवस्था की जानकारी ली। कई लोगों ने शिकायत की कि सफाई कर्मचारी और ठेकेदार के माध्यम से नियुक्त सफाई कर्मी नियमित रूप से नहीं आते। इसके अलावा, कचरा संग्रहण वाहन (ऑटो टिपर) के भी समय पर न पहुंचने की समस्या सामने आई।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
जन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिला कलक्टर ने संबंधित जमादार और एसआई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही, ठेकेदार पर पेनल्टी लगाने और पाबंद करने के आदेश दिए गए।
सार्वजनिक स्थलों पर भी निरीक्षण
कलक्टर ने हाउसिंग बोर्ड स्थित सामुदायिक भवन और सार्वजनिक पार्क का भी दौरा किया। वहां उन्होंने मरम्मत और रंग-रोगन कराने के निर्देश दिए, ताकि स्थानीय नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
स्वच्छता व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता
जिला कलक्टर ने स्पष्ट किया कि स्वच्छता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने नगर निकायों और ग्राम पंचायतों को निर्देश दिया कि सार्वजनिक स्थलों, बाजारों, सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, अस्पतालों और आवासीय क्षेत्रों में नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, कचरा प्रबंधन प्रणाली को प्रभावी बनाने और नालियों की सफाई समय पर कराने के लिए विशेष अभियान चलाने का आदेश दिया।
जनता से की स्वच्छता में सहयोग की अपील
जिला कलक्टर ने आमजन से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि स्वच्छ वातावरण केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है।
निष्कर्ष: जिला प्रशासन स्वच्छता को लेकर गंभीर है और लगातार सुधार के प्रयास कर रहा है। लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई और सफाई व्यवस्था की कड़ी निगरानी से शहर में स्वच्छता की स्थिति में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।